कविता,कहानी और संगीत एक कोशिश है, एक दूसरे के दिलों को छूने की !जीवन के भागमभाग में भागते हुए पलों को समेटने की ,उन्हें मुट्ठी में पकड़कर ज़िंदगी जीने की कोशिश की !
क्रिएटिव माइंड ने भी “सृजन” के माध्यम एक दूसरे से जुड़ने की कोशिश की है | इस इवेंट में कविताओं ,कहानियों और संगीत को साथ में जोड़ने की कोशिश की गयी है ताकि एक साथ हम भिन्न भिन्न रसों का आस्वादन कर सकें| इस आयोजन के जरिये रचनाकारों को किसी विषय विशेष की परिधि में नहीं बांधा गया है बल्कि उन्हें संगीत,कहानी या कविता के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति की पूरी आज़ादी दी गयी है| शब्दों के आज़ाद परिंदों को विषयों के पिंजरे में बांधने की गुस्ताख़ी हम कर भी नहीं सकते|
वो कहते हैं न कि जब दिल की आवाज़ बिना किसी बंधन के निकलती है तो दूसरे दिल तक तेजी से पहुंचती है |
आइये मिलते हैं हमारे स्पीकर्स से जो अपनी रचनाओं के माध्यम से 6th जुलाई 2019 को शाम 4 -7 के बीच कोरमंगला क्लब में क्रिएटिव माइंड के इवेंट में हमपर अपने शब्दों का जादू चलाने वाले हैं |
Speaker Amandeep Singh
कभी काटा, कभी नोचा, फिर कुरेदा भी, पर मरने न दिया
जिंदगी ने मुझ ज़ख़्म को तड़पाया बहुत, पर भरने न दिया